वह पूजा या सेवा चुनें जिसे आप कराना चाहते हैं। हमारे पास विभिन्न आध्यात्मिक विकल्प उपलब्ध हैं जैसे वस्त्र दान, गौ सेवा, ब्राह्मण भोज और अन्य सेवाएं। हर विकल्प को विशेष धार्मिक उद्देश्यों की पूर्ति और आपके परिवार में शांति एवं आशीर्वाद लाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अपनी पूजा चुनने के बाद एक छोटा सा संकल्प फ़ॉर्म भरें। इसमें भक्तों के नाम और गोत्र जैसी महत्वपूर्ण जानकारी दें।
बुकिंग को पूरा करने के लिए UPI, क्रेडिट/डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से सुरक्षित ऑनलाइन भुगतान करें। आपकी दक्षिणा मंदिर को सहयोग देती है और पूजा के आयोजन में मदद करती है।
निर्धारित दिनांक पर, आपको पूजा का एक छोटा दर्शन वीडियो प्राप्त होगा। इसमें आपका नाम और गोत्र उच्चारित किया जाएगा। पूरा वीडियो 3–5 कार्यदिवसों के भीतर आपके व्हाट्सएप पर साझा किया जाएगा, जिससे आप अपने घर से एक व्यक्तिगत आध्यात्मिक अनुभव ले सकें।
पूजा सम्पन्न होने के बाद, यदि आपने प्रसाद का भुगतान पहले से किया है, तो आपका प्रसाद आपके पते पर भेज दिया जाएगा। आप आवेदन करते समय सही पता और संपर्क विवरण अवश्य भरें ताकि प्रसाद सुरक्षित रूप से आपके घर तक पहुँच सके।
This sacred temple is dedicated to Lord Shiva in his fierce and protective form, Angareshwar. Devotees believe that performing puja here helps in overcoming the negative effects of Kaal Sarp Dosh and brings peace and balance to life. Located near the banks of the holy Shipra River, the temple provides a powerful and tranquil atmosphere for spiritual practices and inner healing.
अंगारक योग शांति पूजा एक विशेष वैदिक पूजा है जो जन्म कुंडली में बने मंगल और राहु के अशुभ योग (अंगारक योग) को शांत करने के लिए की जाती है। यह पूजा जीवन में शांति और स्थिरता लाने का एक प्रभावी उपाय है।
इस पूजा से व्यक्ति को क्रोध, विवाद, कलह, दुर्घटनाओं और आर्थिक परेशानियों से राहत मिलती है। साथ ही मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव भी शांत होते हैं।
हाँ, सेवा संगठन के माध्यम से यह पूजा ऑनलाइन या प्रतिनिधि विधि से उज्जैन में करवाई जा सकती है, जिसमें पंडितजी आपकी ओर से पूर्ण विधि से पूजा संपन्न करते हैं।
यह पूजा विशेष रूप से श्री अंगारेश्वर महादेव मंदिर, उज्जैन में की जाती है, जो मंगल दोष निवारण के लिए अत्यंत प्रसिद्ध स्थान है।
अंगारक योग शांति पूजा मंगलवार के दिन, विशेषकर जब अंगारक योग या मंगल ग्रह की दशा/अंतर्दशा चल रही हो, तब करवाना सबसे शुभ माना जाता है।
पूजा के पश्चात व्यक्ति के जीवन में मानसिक शांति, रिश्तों में सामंजस्य, कार्यों में सफलता और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
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